" महिला दिवस पर स्त्री की जो मूर्ति सामने आती है, वह है- प्रेम, स्नेह व मातृत्व के साथ ही शक्तिसंपन्न स्त्री की मूर्ति। इक्कीसवीं सदी की स्त्री ने स्वयं की शक्ति को पहचान लिया है। उसने काफी हद तक अपने अधिकारों के लिए लड़ना सीख लिया है। आज स्त्रियों ने सिद्ध किया है कि वे एक-दूसरे की दुश्मन नहीं, सहयोगी हैं। "
- साधना सुनील विवरेकर
" मुझे फूलों को एनिमेट करने में बहुत मजा आया । मैने ग्राफ़िक्स को साफ सुथरा रखना चाहता था। जिस से महिला दिवस का मकसद हम समझ सके। मुझे उमीद है की आप को यह मोशन ग्राफ़िक्स अच्छा लगेगा। "
- विकास राणा